तुम्हारी फ़िक्र

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बहुत बुरे हो तुम, मगर तुमसे अच्छा मुझे कोई लगता भी नहीं है। तुम्हारी फ़िक्र है मुझे कोई शक नहीं तुम्हे कोई और देखते किसी को हक़ नहीं। ...

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